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1.
2.
भारत का एकमात्र मिट्टी का ज्वालामुखी (मड वोल्केनो) दो दिन से सक्रिय है। दो दशक (20 वर्ष) तक शांत रहने के बाद यह ज्वालामुखी अचानक फट पड़ा है। दो अक्तूबर को उत्तरी और मध्य अंडमान जिले के बाराटांग स्थित इस ज्वालामुखी ने कर्णभेदी धमाके के साथ विस्फोट किया। इसकी आवाज दूर-दराज के क्षेत्रों तक सुनाई दी। इतना बड़ा विस्फोट आखिरी बार 2004 के समुद्री भूकंपीय बदलावों के कारण 2005 में हुआ था। बाराटांग उत्तरी और मध्य अंडमान जिले में है तथा इस केंद्र शासित प्रदेश की राजधानी पोर्ट ब्लेयर से लगभग 150 किलोमीटर दूर है। यह एक बेहद लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, क्योंकि यह भारत ज्वालामुखी है। मिट्टी का ज्वालामुखी धरती के अंदर सड़ रहे जैविक पदार्थों से उत्पन्न गैसों के दबाव से बनता है। ये गैसें जब बाहर निकलती हैं तो मिट्टी और पानी के साथ सतह पर पहुंचती हैं। जिससे बुलबुले बनते हैं और गड्डों की संरचना उभरती है। यह नजारा देखने लायक होता है, लेकिन इस बार का विस्फोट वैज्ञानिकों के लिए भी चौंकाने वाला साबित हुआ है। यह ज्वालामुखी न सिर्फ पर्यटन के लिहाज से बल्कि भूवैज्ञानिक और पर्यावरणीय अध्ययन के लिए भी बेहद अहम है। इस मिट्टी के ज्वालामुखी को स्थानीय लोगों ने 'जल्की' नाम दिया है। बाराटांग द्वीप समूह में स्थित मिट्टी के ज्वालामुखी पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में एकमात्र ज्ञात ज्वालामुखी हैं, हालांकि आसपास के द्वीपों में अन्य ज्वालामुखी भी मौजूद हैं। इसका एक उदाहरण बैरेन द्वीप में स्थित ज्वालामुखी है, जो अंडमान सागर में स्थित एक द्वीप है। यह ज्वालामुखी दक्षिण पूर्व एशिया में एकमात्र ज्ञात सक्रिय ज्वालामुखी है, दूसरा नारकोंडम है, लेकिन भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, यह निष्क्रिय है।
3.
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सेवा योजना (सीजीएचएस) के अंतर्गत इलाज की नई दरें जारी कर दी गई हैं, जो 13 अक्तूबर 2025 से लागू होंगी। इन दरों को शहरों की श्रेणी, अस्पताल की मान्यता और इलाज के प्रकार के आधार पर तय किया गया है। एनएबीएच से मान्यता प्राप्त अस्पतालों की दरें अधिक होंगी, जबकि गैर-मान्यता प्राप्त अस्पतालों की दरें 15 फीसद तक कम होंगी। सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों की दरें संबंधित शहर के एनएबीएच अस्पतालों से 15 फीसद अधिक निर्धारित की गई हैं।
4.
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 26 सितंबर को समाप्त सप्ताह में 2.33 अरब डालर घटकर 700.24 अरब डालर रहा। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इसके एक सप्ताह पहले देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 39.6 करोड़ डालर घटकर 702.57 अरब डालर पर रहा था। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 26 सितंबर को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार का प्रमुख घटक मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां 4.39 अरब डालर घटकर 581.76 अरब डालर रहीं।
5.
भारत, अंतरराष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संघ (आइएसएसए) पुरस्कार प्राप्त करने वाला पांचवां देश बन गया है। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के शुक्रवार को बयान में कहा गया कि देश को सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए यह पुरस्कार मिला है। इस पुरस्कार की शुरुआत से अब तक इसे हासिल करने वाला भारत पांचवां देश है। केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने मलेशिया के कुआलालंपुर में भारत सरकार की ओर से पुरस्कार प्राप्त करते हुए कहा कि यह पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'पंक्ति में अंतिम व्यक्ति को सशक्त बनाने' के दृष्टिकोण का प्रमाण है... जिसने समावेशी और सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा की दिशा में हमारी यात्रा को आकार दिया है।
6.
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को कहा कि शायद सोने की कीमत वैश्विक अनिश्चितताओं को दर्शाने वाले एक नए बैरोमीटर के रूप में काम कर रही है जबकि पहले कच्चा तेल ऐसा करता था। मल्होत्रा ने वर्तमान में लगभग हर देश के वित्तीय रूप से 'काफी तनावग्रस्त' होने का जिक्र करते हुए कहा कि मौजूदा व्यापार नीति का माहौल कुछ अर्थव्यवस्थाओं की वृद्धि को नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने निवेशकों को सजग करते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में गिरावट देखी जा सकती है
7.
भारत और कनाडा ने आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने सहित सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। कनाडा ने सोमवार को लारेंस बिश्नोई गिरोह को आतंकवादी संगठन घोषित किया था। कनाडा सरकार ने एक बयान में कहा, 'कनाडा में हिंसा और आतंकी कृत्यों के लिए कोई स्थान नहीं है, विशेष रूप से उन कृत्यों के लिए जो भय और धमकी का माहौल बनाने के लिए विशिष्ट समुदायों को निशाना बनाते हैं।' बिश्नोई गिरोह को आतंकी संगठन घोषित करने की कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल और उनकी कनाडाई समकक्ष नथाली ड्रोइन के बीच नयी दिल्ली में हुई बातचीत के एक सप्ताह बाद हुई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में, 18 सितंबर को डोभाल और ड्रोइन के बीच हुई सार्थक वार्ता का उल्लेख किया।
8.
भारत रूस से एस-400 सतह से हवा में मार करने वाली प्रक्षेपास्त्र प्रणालियों की अतिरिक्त खेप खरीदने पर विचार कर रहा है, क्योंकि 'आपरेशन सिंदूर' के दौरान ये हथियार बहुत प्रभावी साबित हुए थे। मामले से परिचित लोगों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ऐसा माना जा रहा है कि प्रस्तावित खरीद पर दिसंबर में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान नयी दिल्ली और मास्को के बीच बातचीत हो सकती है। भारत ने रूस के साथ एस-400 वायु रक्षा प्रक्षेपास्त्र प्रणाली की पांच इकाइयों को खरीदने के लिए अक्टूबर 2018 में पांच अरब अमरीकी डालर के समझौते पर हस्ताक्षर किए, जबकि अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि अनुबंध पर आगे बढ़ने से काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सेंक्शंस एक्ट (सीएएटीएसए) के प्रावधानों के तहत अमेरिकी प्रतिबंध लग सकते हैं। प्रक्षेपास्त्र प्रणाली के तीन स्क्वाड्रन की आपूर्ति पहले ही हो चुकी है।
9.
अगर पूरी दुनिया के लोग स्वस्थ और मुख्यतः पौधों से मिलने वाले आहार अपनाएं तो हर साल लगभग 1.5 करोड़ मौतों को रोका जा सकता है और कृषि से होने वाले उत्सर्जन में 15 फीसद तक की कमी लाई जा सकती है। ईएटी-लांसेट कमीशन की ताजा रपट से यह जानकारी मिली है। कमीशन ने मानव स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता, लोगों के कामकाज और जीवनयापन की परिस्थितियों में आहार की भूमिका पर वैज्ञानिक आंकड़ों का अध्ययन किया है। रपट का निष्कर्ष है कि यदि मौजूदा अस्थिर खाद्य प्रणाली को नहीं बदला गया, तो स्वच्छ ऊर्जा अपनाने के बावजूद जलवायु संकट के सबसे बुरे प्रभावों से बचना असंभव होगा। कमीशन ने 2019 की पहली रपट में 'प्लैनेटरी हेल्थ डाइट' का सुझाव दिया था, जिसमें अनाज, फल, सब्जियां, मेवे और दालें प्रमुख हों और मांस का सेवन हफ्ते में एक बार तक सीमित हो। नया अध्ययन भी यही बताता है कि संतुलित आहार से न केवल स्वास्थ्य बेहतर होगा बल्कि वैश्विक तापमान वृद्धि को भी रोका जा सकेगा। आहार प्रणाली केवल जलवायु ही नहीं बल्कि जैव विविधता, भूमि उपयोग, जल गुणवत्ता और प्रदूषण पर भी गहरा प्रभाव डालती है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि अमीर और मध्यम आय वर्ग के देश गोमांस व भेड़ के मांस का सेवन हफ्ते में एक बार तक सीमित कर लें, तो उत्सर्जन रूस के वार्षिक स्तर के बराबर घटाया जा सकता है।
10.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश में कृषि स्नातकों से संबंधित एक जटिल मुद्दे का समाधान कर, छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत दी है। अब देश भर के कृषि विश्वविद्यालयों की 20 फीसद स्नातक सीट पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) की ओर से आयोजित अखिल भारतीय प्रतियोगी परीक्षा के जरिए छात्रों को दाखिला मिल सकेगा। 'एक देश-एक कृषि-एक टीम' की भावना के अनुरूप, देशभर में पात्रता मानदंड एवं विषय समूहों को एक समान कर दिया गया है। इससे 12 वीं में जीव विज्ञान, रसायनशास्त्र, भौतिकी, गणित या कृषि, विषय समूह वाले विद्यार्थियों को समान पात्रता के आधार पर राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा (सीयूइटी-आइसीएआर) में शामिल होकर कृषि क्षेत्र में स्नातक की पढ़ाई का मौका मिल सकेगा।

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