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1.
देश में टीबी की किफायती और प्रभावी जांच के लिए विकसित स्वदेशी किट को शीर्ष स्वास्थ्य अनुसंधान निकाय आइसीएमआर ने मान्यता दे दी है। तेलंगाना की हुवेल लाइफसाइंसेज की और से विकसित क्वांटिप्लस एमटीबी फास्ट डिटेक्शन किट को लेकर दावा किया जा रहा है कि इसके जरिये एक साथ 96 नमूनों की जांच कम से कम समय में की जा सकती है। कहा जा रहा है कि इससे जांच पर होने वाला खर्च लगभग 20 प्रतिशत तक घटाया जा सकेगा। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने क्वांटिप्लस एमटीबी फास्ट डिटेक्शन किट को मान्यता दी है, जिसे तैयार करने वाली तेलंगाना की हुवेल लाइफसाइंसेज का दावा है कि ये किट फेफड़ों की टीबी का पता लगाने के लिए मान्य पहला ओपन सिस्टम आरटी पीसीआर टेस्ट है। खास बात ये है कि इसे किसी भी पीसीआर मशीन से संचालित किया जा सकता है। इसके लिए किसी तरह के फिक्स प्लेटफार्म की जरूरत नहीं रहेगी। देशभर की प्रयोगशालाएं इस किट से मानक पीसीआर मशीनों के जरिये तेजी से मालिक्यूलर टीबी टेस्टिंग कर सकती हैं।
2.
स्वच्छ परिवहन के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना जरूरी है। लेकिन तकनीकी अनिश्चितता, वित्तीय प्रभाव एवं अग्नि सुरक्षा संबंधी इस दिशा में बड़े अवरोध हैं। इस दृष्टि से देश का निर्माण क्षेत्र ईवी भविष्य के लिए चार्जिंग नेटवर्क को एकीकृत करने का एक अहम अवसर प्रदान करता है। द इंटरनेशनल काउंसिल आन क्लीन ट्रांसर्पोटेशन (आइसीसीटी) की रिपोर्ट बताती है कि 2030 तक हर साल 700 से 900 मिलियन वर्गमीटर के नए आवासीय और वाणिज्यिक निर्माण की संभावना है। इस कारण, भवन उपविधियों व स्थानिक नियोजन मानदंडों में ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को सम्मिलित करना बहुत जरूरी है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि भारत को 2030 तक करीब नौ गीगावाट चार्जिंग क्षमता की आवश्यकता होगी। इस रिपोर्ट में सामने आया कि सरकार की पीएम ई-ड्राइव पहल के तहत 40 राष्ट्रीय राजमार्गों के विद्युतीकरण की योजना है, जिससे 250 से 350 किमी या उससे अधिक दूरी की विश्वसनीय इंटरसिटी ई-बस सेवाएं संभव हो सकेंगी।
3.
अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया के संगठन क्वाड की आगामी बैठक होगी या नहीं अथवा इसका भविष्य क्या होगा, इसको लेकर लग रहे कयासों पर विराम देने की कोशिश करते हुए बिदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि क्वाड जिंदा है और सही स्थिति में है। यह बात उन्होंने रविवार को कौटिल्य इकोनमिक कान्क्लेव (केईसी) के समापन समारोह में कही। अमेरिका और भारत के बीच कारोबारी मुद्दों को लेकर जारी तनाव पर जयशंकर ने कहा कि कोशिश हो रही है कि कारोबारी समझौते को लेकर सहमति बने, लेकिन कुछ मुद्दों को लेकर भारत ने लाल-रेखा खींच रखी है। जयशंकर ने अनिश्चितता के काल में विदेश नीति निर्माण विषय पर अपनी बात रखते हुए माना कि अभी वैश्विक स्तर पर जिस तरह की अनिश्चितता है, वैसी पहले कभी नहीं देखी गई।
4.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार से दो दिनी यात्रा पर आस्ट्रेलिया जाएंगे। वह द्विपक्षीय रक्षा और रणनीतिक संबंधों को विस्तार देने के लिए सार्थक पहल भी तलाशेंगे। 2014 में मोदी सरकार के सत्ता संभालने के बाद किसी रक्षा मंत्री की ये पहली आस्ट्रेलिया यात्रा है। राजनाथ के दौरे पर दोनों पक्षों के बीच तीन समझौतों भी होंगे, जिनसे सूचना साझा करने, समुद्री सुरक्षा संबंधों को बढ़ाने और संयुक्त गतिविधियों के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। दोनों देश हिंद-प्रशांत क्षेत्र में वर्तमान स्थिति की विस्तृत समीक्षा करेंगे क्योंकि इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य ताकत को लेकर वैश्विक चिंताएं बढ़ रही हैं।
5.
अल्पसंख्यक स्कूलों को आरटीई (शिक्षा का अधिकार कानून) के दायरे से बाहर रखना और वहां के शिक्षकों को टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) से छूट देना बच्चों के योग्य शिक्षकों से शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन है। ये बात अल्पसंख्यक स्कूलों के शिक्षकों को टीईटी की अनिवार्य योग्यता से बाहर रखने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक हस्तक्षेप अर्जी में कही गई है। अर्जीकर्ता खेम सिंह भाटी ने इस मामले में पक्ष रखने की इजाजत मांगते हुए कहा कि टीईटी शिक्षा के अधिकार का अहम हिस्सा है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बच्चों को योग्य व सक्षम शिक्षक पढ़ाएं और उन्हें अच्छी शिक्षा प्राप्त हो। इसीलिए अल्पसंख्यक स्कूलों को टीईटी की अनिवार्यता से छूट देना बच्चों के साथ अन्याय है।
6.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला बारबाडोस में होने वाले 68वें कामनवेल्थ संसदीय सम्मेलन (सीपीसी) में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। इस सम्मेलन में देश भर के राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की विधानसभाओं के 35 अध्यक्ष भी हिस्सा लेंगे। राज्यसभा के उपाध्यक्ष हरिवंश सहित भी इसमें शिरकत करेंगे। बिरला इस दौरान आम सभा में 'कामनवेल्थ एक वैश्विक साझेदार' विषय पर संबोधन देंगे। इसके साथ ही वे 'प्रौद्योगिकी का लाभ उठानाः डिजिटल परिवर्तन के माध्यम से लोकतंत्र को सशक्त बनाना और डिजिटल विभाजन से निपटना' पर एक कार्यशाला की अध्यक्षता भी करेंगे। यह सम्मेलन पांच से 12 अक्टूबर तक ब्रिजटाउन में आयोजित होगा।
7.
भारतीय नौसेना सोमवार को एक नया पनडुब्बी रोधी युद्धपोत 'एंड्रोथ' नौसेना में शामिल करेगी। इसके शामिल होने से नौसेना की पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमताओं, विशेषकर तटीय समुद्र में खतरों का मुकाबला करने में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। 'एंड्रोथ' के निर्माण में इस्तेमाल की गई 80 प्रतिशत से अधिक सामग्री स्वदेशी है। इसका निर्माण गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई), कोलकाता में किया गया है। यह नौसेना का दूसरा एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट (एएसडब्ल्यू-एसडब्ल्यूसी) है। आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम स्थित नेवी डाकयार्ड में आयोजित एक औपचारिक समारोह में इसे नौसेना में शामिल किया जाएगा।
8.
गौहाटी विश्वविद्यालय के तीन प्रोफेसरों ने दुनिया के शीर्ष दो प्रतिशत विज्ञानियों में शामिल होकर देश को गौरवान्वित किया है। अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय ने इन विज्ञानियों की सूची तैयार की है। दुनिया के नामी विश्वविद्यालय की तरफ से कहा गया है कि प्रसिद्ध मौसम विज्ञानी प्रोफेसर भूपेंद्र नाथ गोस्वामी, रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर प्रदीप फुकन और गणित विभाग के प्रोफेसर बिपन हजारिका की अनुसंधान के प्रति लगन और अब तक के उनके करियर में उल्लेखनीय योगदान को देखते हुए इस सूची में शामिल किया गया है। गौरतलब है कि स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की तरफ से हर साल ये रैंकिंग तैयार की जाती है। इसे तैयार करने का मानदंड काफी सख्त है और विज्ञानियों को कई पैमानों पर ख उतरना होता है। इन मानदंडों में साइटेश मीट्रिक्स, एच-इंडेक्स, को-आथरशिप एडजस्टेड एचएम इंडेक्स, आथरशि पोजीशन साइटेशन और सी-स्कोर न के एक कंपोजिट इंडिकेटर शामिल 2025 की सूची में भारतीय विज्ञानियों शामिल होने से स्पष्ट है कि देश में शे का क्षेत्र काफी विस्तृत है। देश में एक वर्षीय श्रेणी में 6239 शोधकर्ता अ करियर पर्यंत श्रेणी में 3372 शोधक शामिल हैं।
9.
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने वाले पहले भारतीय शुभांशु शुक्ला को केंद्र सरकार के विकसित भारत बिल्डथान का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया है। बिल्डथान राष्ट्रव्यापी नवाचार आंदोलन है, जो कक्षा छह से 12 तक के स्कूलों के छात्रों को शामिल करने के लिए बनाया गया है। बिल्डथान देश भर के 1.5 लाख स्कूलों के एक करोड़ से अधिक छात्रों को चार विषयों के अंतर्गत प्रोटोटाइप की कल्पना, डिजाइन व विकास के लिए प्रेरित करेगा। यह शिक्षा मंत्रालय द्वारा अटल नवाचार मिशन के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
10.
धान की रोपाई महंगी साबित होती है। इसमें पानी के साथ श्रम शक्ति भी अधिक लगती है। धान की रोपाई वाली खेती से मीथेन गैस का भी अधिक उत्सर्जन होता है, जो पर्यावरण के लिए बहुत घातक है। इन समस्याओं को लेकर अंतरराष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान (इरी) के वाराणसी स्थित दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र (सार्क) में रविवार को तीन दिवसीय डीएसआर कान्क्लेव 2025 का शुभारंभ हुआ। विज्ञानियों ने एक स्वर में कहा कि इन तीनों समस्याओं का एकमात्र समाधान धान की सीधी बोआई है। विज्ञानियों ने कहा कि डीएसआर से पानी की खपत में 20-40 प्रतिशत, श्रम शक्ति में 25-30% की बचत होगी। मीथेन उत्सर्जन को भी लगभग 35-40% कम किया जा सकेगा। भारत, कंबोडिया, वियतनाम, श्रीलंका और अन्य एशियाई देशों के अनुभव से स्पष्ट हुआ कि मशीनीकरण, प्रिसिजन एग्रोनामी), पानी का सही प्रबंधन जैसे समेकित उपाय अपनाने से डीएसआर को बड़े पैमाने पर अपनाने में मदद मिल सकती है। उप्र, ओडिशा, पंजाब और हरियाणा में 20,000 हेक्टेयर से अधिक में किसान डीएसआर विधि से खेती कर रहे हैं। अब चुनौती इसके विस्तार की है, जिसमें विज्ञान, नीति, साझेदारी और निवेश को जोड़कर नवाचारों को किसानों तक पहुंचाया जा सके।
11.
अमेरिका में पांच दिनों से चल रहे सरकारी शटडाउन के बीच रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक सांसदों की बीच गतिरोध जारी है। दोनों दलों के नेताओं का दावा है कि जनता की भावना उनके पक्ष में झुक गई है, जिससे दूसरे पक्ष पर झुकने का दबाव बढ़ रहा दूसरे है। सोमवार को सीनेट में पांचवी बार फंडिंग बिल पर मतदान होगा और सदन में रिपब्लिकन पार्टी के नेता जान थून ने उम्मीद जताई कि उनमें (डेमोक्रेट्स) से कुछ का मन बदल जाएगा। सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के 53 व डेमोक्रेटिक पार्टी के 47 सदस्य है और बिल पारित करने के लिए 60 सदस्यों के समर्थन की आवश्यकता है।
12.
भारत के स्वदेश निर्मित गाइडेड मिसाइल स्टेल्थ फ्रिगेट आइएनएस सह्याद्रि ने दक्षिण चीन सागर और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में पूर्वी बेड़े की परिचालन तैनाती के एक भाग के रूप में 2-5 अक्टूबर तक केमामन बंदरगाह पर प्रवास किया। इस यात्रा ने भारत और मलेशिया के बीच बेहतर संपर्क का अवसर प्रदान किया। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि कमांडिंग आफिसर ने कुआंतन नौसेना बेस के मुख्यालय, नौसेना क्षेत्र 1 के उप कमांडर, प्रथम एडमिरल अब्द हलीम बिन कमरुद्दीन से मुलाकात की।
13.
दिल्ली-एनसीआर सहित भारत के कई राज्यों में ग्राउंड लेबल औजौन प्रदूषण के स्तर के विश्लेषण से जुड़ी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ताजा रिपोर्ट में हैरान करने वाले तथ्य समने आए हैं। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने सीपीसीबी की रिपोर्ट में समने आए खतरनाक ओजोन स्तरों पर चिंता व्यक्त की है। सीपीसीची द्वारा वखिल की गई रिपोर्ट में 10 शहरों के 178 निगरानी केंद्रों पर ओजोन स्तरों का विश्लेषण किया गया। इसमें सामने आया है कि दिल्ली-एनसीआर के 57 में से 25 निगरानी स्टेशनों पर आठ घंटे की सीमा से अधिक समय तक ओजोन प्रदूषण रहा, जबकि 21 स्थानों पर गर्मियों में एक घंटे की सीमा से अधिक समय तक ओजोन प्रदूषण रहा।
14.
मोटापा कई तरह की परेशानियां पैदा करता है। लेकिन एक शोध में पता चला है कि यह अल्जाइमर रोग का सीधा कारण भी बन सकता है। विज्ञानियों ने पाया कि फैट टिश्यू की ओर से स्स्रावित सूक्ष्म संदेशवाहक हानिकारक संकेत ले जा सकते हैं, जो मस्तिष्क में एमिलायड-बी प्लाक के निर्माण को तेज करते हैं। ये एक्स्ट्रासेलुलर वेसिकल्स रक्त-मस्तिष्क अवरोध को भी पार कर जाती हैं, जिससे ये शरीर के फैट और मस्तिष्क के स्वास्थ्य के बीच शक्तिशाली लेकिन खतरनाक संयोजक बन जाती हैं। एडिपोज-ब्रेन क्रासटाक को डिकोड करना नामक एक अध्ययन अल्जाइमर एंड डिमेंशिया द जर्नल आफ द अल्जाइमर एसोसिएशन में प्रकाशित हुआ है। यह मोटापे और न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी के बीच संबंधों की पड़ताल करता है। शोध का नेतृत्व स्टीफन वाग ने किया। वाग ने कहा, "हाल के अध्ययनों ने रेखांकित किया है मोटापा अमेरिका में डिमेंशिया के लिए सबसे बड़ा जोखिम कारक माना जाता है।"

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