You're all caught up—no notifications available.
Explore All Exams at KGS


All Exams
Explore All Exams at KGS

Khan Sir Courses
Geography I Polity I History | World Map I Indian Map I Economics I Biology

UPSC & State PSC
UPSC I BPSC I UP-PSC I MP-PSC

State Exams
UP I Bihar I MP | Rajasthan

NEET | JEE | CUET | Boards
NEET | JEE | CUET | Boards

Defence Exams
NDA I CDS I CAPF I AFCAT I SSB I Agniveer

Police Exams
UP SI | Bihar SI | Delhi Police | UP Constable

SSC Exams
CGL I CPO I CHSL I MTS I SSC GD I Delhi Police

Foundation Courses
Physics I Chemistry I Biology I History I Geography I Polity I NCERT I Math I English | Map I Reasoning

Railway Exams
RRB | RPF

Teaching Exams
TET | Teaching | UGC

Banking Exams
SBI | RBI | IBPS

Engineering Exams
Civil | Electrical | Mechanical

UGC NET
UGC NET/JRF
News Highlights provides you with the best compilation of the Daily News Highlights taking place across the globe: National, International, Sports, Science and Technology, Banking, Economy, Agreement, Appointments, Ranks, and Report and General Studies

1.
ऐसे समय जब अफगानिस्तान फिर वैश्विक शक्तियों के आकर्षण का केंद्र बनता दिख रहा है, तब भारत ने काबुल स्थित दूतावास पुनः खोलने का एलान किया है। साथ ही अफगानिस्तान को पड़ोसी देश बताकर भारत सरकार ने पाकिस्तान को साफ संकेत दिया है कि गुलाम कश्मीर को लेकर वह अपनी नीति पर अडिग है।
2.
केंद्र सरकार ने जम्मू- कश्मीर में चिनाब नदी पर 1,856 मेगावाट की सावलकोट जल विद्युत परियोजना के लिए पर्यावरणीय मंजूरी की सिफारिश की है। यह रणनीतिक रूप से अहम परियोजना है, जिसे पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि के निलंबन के बाद पुनर्जीवित किया जा रहा है। करीब चार दशकों से रुकी हुई सावलकोट परियोजना, चिनाब बेसिन में भारत की सबसे बड़ी जलविद्युत योजनाओं में से एक है। यह 1960 की संधि के निलंबन के बाद पश्चिमी नदियों के जल के अपने हिस्से के पूर्ण उपयोग के लिए सरकार के प्रयासों का अहम हिस्सा है।
3.
वेनेजुएला में गत 20 वर्षों से तानाशाही के खिलाफ लड़ रहीं लोकतंत्र समर्थक विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को इस साल के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए चुना गया है। फिलहाल मचाडो अपने देश में सुरक्षा खतरों के चलते अर्जेंटीना में छिपकर रह रही हैं। पुरस्कार की घोषणा करने वाली नार्वे नोबेल कमेटी ने मचाडो को शांति का बहादुर और समर्पित चैंपियन बताया और कहा, ये पुरस्कार उस महिला को दिया जा रहा है, जिन्होंने गहराते अंधकार के बीच लोकतंत्र की मशाल जलाए रखी है। वहीं इस पुरस्कार के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हाथ मायूसी लगी है। उनको नोबेल न दिए जाने पर व्हाइट हाउस के प्रवक्ता स्टीवन चेठंग ने कहा, नोबेल समिति ने साबित कर दिया कि वह शांति से ऊपर राजनीति को महत्व देती है, पर राष्ट्रपति ट्रंप दुनियाभर में शांति के लिए काम करते रहेंगे। वह युद्धों को खत्म कराएंगे और लोगों को सुरक्षित करते रहेंगे।
4.
देशभर में 271 नदियों में 296 जगहों पर पानी प्रदूषित हो रहा है। विडंबना यह कि अब मैदानी ही नहीं, पहाड़ी राज्यों में भी नदियां मैली हो रही हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने ऐसी जगहों की पहचान कर ली है, जिससे इस प्रदूषण के स्रोतों की पहचान करके उन्हें समाप्त किया जा सके।
5.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने आधिकारिक आस्ट्रेलिया दौरे पर भारत और आस्ट्रेलिया के बीच घनिष्ठ द्विपक्षीय संबंधों पर कहा कि दोनों देश "एक महत्वपूर्ण मोड़" पर खड़े हैं, जहां वे अपने रक्षा संबंधों को ''सिर्फ साझेदारों के रूप में नहीं, बल्कि एक सुरक्षित और समृद्ध इंडो-पैसिफिक के सह-निर्माताओं के के रूप रूप में में पुनः स्थापित कर सकते हैं।" -
6.
भारत में अमेरिका के नए राजदूत सर्जियो गोर ने अभी अपना कार्यभार नहीं संभाला है, पर वह गुरुवार को भारत की संक्षिप्त यात्रा पर नई दिल्ली आए हैं। सर्जियो गोर और ट्रंप प्रशासन में प्रबंधन एवं संसाधन विभाग के उपसचिव माइकल जे रिगास नौ से 14 अक्टूबर तक भारत दौरे पर रहेंगे। इस दौरान दोनों अधिकारी भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारियों से भेंट करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों के तमाम आयामों पर बात करेंगे। अमेरिका सरकार ने अपने इन दोनों अधिकारियों को जिस दिन भारत भेजा है, उसी दिन पीएम नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बातचीत हुई है। इसके बाद मोदी ने कहा है कि दोनों देशों के बीच कारोबारी वार्ता में अच्छी प्रगति हुई है। ऐसे में माना जा रहा है कि गौर की बातचीत में भारत अमेरिका के बीच कारोबारी समझौते का विषय भी शामिल रहेगा।
7.
नेशनल इंस्टीट्यूट आफ ओपन स्कूलिंग (एनआइओएस) से पढ़े छात्रों को दाखिला देने में आनाकानी करने वाले इंजीनियरिंग सहित देश के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) ने कड़ी फटकार लगाई है। कहा है कि वे एनआइओएस से दसवीं और बारहवीं पास करने वाले छात्रों को दाखिला देने से मना नहीं कर सकते। सीबीएसई, आइसीएसई की तरह शिक्षा मंत्रालय से संबद्ध यह भी एक स्वायत्त स्कूली बोर्ड है। इसके पाठ्यक्रम और प्रमाण पत्र पूरी तरह से प्रमाणिक और वैध हैं।
8.
भारत और ब्रिटेन ने अपने मौजूदा रक्षा सहयोग की समीक्षा की और सहयोग को और प्रगाढ़ करने के उपायों पर चर्चा की। मुंबई में ब्रिटिश रक्षा राज्य मंत्री (हाउस आफ लार्ड्स के मंत्री) वर्नन कोकर के साथ द्विपक्षीय बैठक में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा, ऐसी बातचीत आपसी समझ को बढ़ाती है और दोनों नौसेनाओं के बीच तालमेल में महत्वपूर्ण योगदान करती है।
9.
भारतीय सेना की रुद्र ब्रिगेड ने पूर्वी कमान के तहत उत्तर सिक्किम के चुनौतीपूर्ण उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्र में अपनी उत्कृष्ट आपरेशनल क्षमता और तैयारी का प्रदर्शन किया है। एक एकीकृत सभी-हथियारों के गठन के रूप में रुद्र ब्रिगेड उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्र में समन्वित संचालन के लिए तैयार की गई है, जो भारतीय सेना के परिवर्तनकारी विकास को मजबूत करती है।
10.
सरकार ने ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन घटाने के लिए कानूनी रूप से बाध्यकारी उत्सर्जन कटौती लक्ष्य तय किया है। इसके तहत भारी कार्बन पैदा करने वाले उद्योगों के लिए ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन तीव्रता लक्ष्य नियम, 2025 को अधिसूचित किया गया है।
11.
सुप्रीम कोर्ट ने इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स के निलंबन और ब्लाकिंग के संबंध में इंटरनेट मीडिया इंटरमीडियरीज के लिए देशव्यापी दिशानिर्देश की मांग वाली याचिका पर शुक्रवार को विचार करने से इन्कार कर दिया।
12.
धर्म संस्कृति और ज्ञान की भूमि बिहार में गंगा और चायक नदियों के संगम पर सिताबदियारा गांव में 11 अक्टूबर, 1902 को लोकतंत्र के पुरोधा लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी का जन्म हुआ था। इस वर्ष हम संपूर्ण क्रांति के सूत्रधार की 123वीं जन्म जयंती मना रहे हैं। जेपी के नाम से विख्यात जयप्रकाश नारायण जी राजनेता से बढ़कर राष्ट्रनेता थे, जिन्होंने कभी अपने बारे में नहीं सोचा, बल्कि देश के गरीबों की हमेशा अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता दी। 'लोकनायक' की उपाधि उन्हें किसी महान व्यक्ति ने नहीं दी थी। यह उपाधि उन्हें 5 जून, 1974 को पटना के गांधी मैदान में एकत्रित भारत के लाखों लोगों ने प्रेमपूर्वक प्रदान की थी। उनके असाधारण जीवन की नींव सिताब दियारा की साधारण पृष्ठभूमि में ही पड़ गई थी। साधारण परिवार में परवरिश ने उन्हें गरीबों की जीवनशैली और उनकी समस्याओं से जुड़े रहने में मदद की। इंटरमीडिएट की शिक्षा के दौरान ही देश में अंग्रेजों के विरुद्ध चल रहे अहिंसक और असहयोग आंदोलन का उन पर गहरा प्रभाव पड़ा और उन्होंने सभी से स्वदेशी अपनाने का आग्रह किया। बिहार में आरंभिक शिक्षा के बाद अमेरिका में सात वर्षों तक शिक्षा के लिए रहे। इस दौरान वे मार्क्सवाद की ओर आकर्षित हुए। हालांकि, भारत लौटने पर उन्होंने मार्क्सवादी दर्शन को भारतीय परिदृश्य के अनुरूप ढालने की व्यवहार्यता का पता लगाया और महसूस किया कि लोकतांत्रिक समाजवाद और सर्वोदय ही भारत की समस्याओं का समाधान हैं। यह व्यावहारिक दृष्टिकोण स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि वे किसी विचारधारा के अनुयायी न होकर समाज में परिवर्तनकारी सुधार और बदलाव चाहने वाले राष्ट्रनेता थे।
13.
सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले में देश की सड़कों पर बढ़ती दुर्घटनाओं और मौतों पर गहरी चिंता व्यक्त की गई है। दरअसल भारत में सड़क सुरक्षा एक गंभीर राष्ट्रीय संकट बन चुका है। हर साल हजारों लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाते हैं, और लाखों लोग गंभीर रूप से घायल होते हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2023 में भारत में 4.80 लाख से अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1.72 लाख से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवा दी। मतलब हर दिन 474 से ज्यादा परिवार अपने किसी प्रियजन को हमेशा के लिए खो देते हैं। इन दुर्घटनाओं से देश की अर्थव्यवस्था को हर साल जीडीपी का तीन प्रतिशत से ज्यादा का नुकसान होता है, जो हमारी स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था पर एक भारी बोझ है। सुप्रीम कोर्ट ने इस समस्या की जड़ पर प्रहार करते हुए तीन मुख्य बिंदुओं पर ध्यान खींचा है, पैदल चलने वालों की सुरक्षा, हेलमेट का अनिवार्य उपयोग, और खतरनाक ड्राइविंग की आदतें।
14.
भारत का लक्ष्य वर्ष 2030 तक अपने दवा बाजार को 130 अरब डालर से अधिक का बनाने का है। सरकार इस दिशा में सक्रिय रूप से कार्यरत है, जिसके तहत नवाचार के लिए उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना की गई है। लेकिन हाल के वर्षों में जिस प्रकार से सीरप से जुड़ी घटनाएं हुई हैं, उसे देखते हुए कई आशंकाएं उत्पन्न हो रही हैं। यदि दवा कंपनियां इसी तरह अपनी साख गिराती रहीं तो निर्यात घट सकता है। फिर यह लक्ष्य प्राप्त करने में कठिनाई आ सकती है, लिहाजा इस बारे में विचार किया जाना चाहिए
15.
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के दौर में लगातार चर्चा है कि पेशेवरों को इसका कितना नुकसान होगा और कितना लाभ। इस बीच नीति आयोग की नजर उस असंगठित क्षेत्र पर गई है, जिसकी कुल कार्यबल में 90 प्रतिशत की हिस्सेदारी है और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में लगभग 50 प्रतिशत का सहयोग है। आयोग के विशेषज्ञों का मत है कि एआइ सहित अन्य तकनीकी सहयोग इस क्षेत्र को दिया जाए, तो असंगठित क्षेत्र के करीब 49 करोड़ कामगार विकसित भारत के लिए आर्थिकी का विकास इंजन साबित हो सकते हैं। डिजिटल श्रमसेतु नाम से राष्ट्रीय मिशन के प्रस्ताव के साथ आयोग ने केंद्र सरकार को रोडमैप भी सौंपा है। इसमें क्षमता वृद्धि के लिए वर्ष 2035 को एक महत्वपूर्ण पड़ाव या मील के पत्थर के रूप में चिह्नित किया गया है।
16.
मेटाबालिज्म (चयापचय) एक जटिल प्रक्रिया है जो जीवन के लिए आवश्यक ऊर्जा पैदा करने के लिए रासायनिक प्रतिक्रियाओं का उपयोग करती है और ब्लड में मालिक्यूल के स्तर में बदलाव से यह प्रक्रिया नियंत्रित होती है, जिसमें 750 से अधिक जीन सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
17.
खगोलशास्त्र की दुनिया में इतिहास रचने वाली खोज सामने आई है। विज्ञानियों ने पहली बार दो ब्लैक होल्स को एक-दूसरे की परिक्रमा करते हुए तस्वीरों में कैद किया है। यह जोड़ी पृथ्वी से लगभग पांच अरब प्रकाश वर्ष दूर स्थित है। दोनों एक 12 साल के आर्बिट में घूम रहे हैं। यह खोज रूस के रेडियोएस्ट्रान सैटेलाइट व पृथ्वी आधारित टेलिस्कोप्स की मदद से हुई। ब्लैक होल अंतरिक्ष में स्थित एक ऐसा क्षेत्र है, जिसका गुरुत्वाकर्षण इतना तीव्र होता है कि प्रकाश भी वहां से बाहर नहीं निकल सकता।

NCERT Books
Resources
We love learning. Through our innovative solutions, we encourage ourselves, our teams, and our Students to grow. We welcome and look for diverse perspectives and opinions because they enhance our decisions. We strive to understand the big picture and how we contribute to the company’s objectives. We approach challenges with optimism and harness the power of teamwork to accomplish our goals. These aren’t just pretty words to post on the office wall. This is who we are. It’s how we work. And it’s how we approach every interaction with each other and our Students.
Come with an open mind, hungry to learn, and you’ll experience unmatched personal and professional growth, a world of different backgrounds and perspectives, and the freedom to be you—every day. We strive to build and sustain diverse teams and foster a culture of belonging. Creating an inclusive environment where every students feels welcome, appreciated, and heard gives us something to feel (really) good about.
Get Free academic Counseling & Course Details
